महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मार्च निकालने की चेतावनी



 







महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मार्च निकालने की चेतावनी


देहरादून,राज्य के विपक्षी दलों और जन संगठनों ने मंगलवार को रोजगार, महंगाई के मुद्दे से आम जनता ध्यान भटकाने के लिए नागरिकता संसोधन बिल लाए जाने का केंद्र सरकार पर आरोप लगाया। साथ ही 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर इसी मुद्दे पर मार्च निकालने की भी बात कही गई।
हिन्दी भवन में मंगलवार को जन सम्मेलन का आयोजन किया गया। जन सम्मेलन की शुरुआत सतीश धौलाखंडी ने हम कागज नहीं दिखाएंगे..जनगीत के साथ किया। चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल ने कहा कि सरकार बुनियादी सवालों के जवाब को दरकिनार कर रही है। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर बनने के बाद आम लोगों के लिए कई मुसीबत शुरू हो जाएंगी हैं। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि सरकार जो नागरिकता संशोधन बिल लायी है। उसका दूसरे देशों से आए लोगों को नागरिकता देने से ज्यादा देश के अंदर साम्प्रदायिक विभाजन पैदा करना इसका उद्देश्य है। केंद्र की सरकार रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दे पर विफल हो गई है,अर्थव्यवस्था खराब है। जिस तरह के कागजों को दिखाने की मांग की जाएगी, उसका विरोध करेंगे। 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर लोग एक बार फिर इस मुद्दे पर देहरादून में मार्च करेंगे। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि सारे आम मुद्दों को छोड़कर केंद्र सरकार अन्य काम कर रही है। जेएनयू में जिस तरह का माहौल बना दिया, वो गलत है। सरकार को विकास, देश हित के लिए सोचना चाहिए। कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से इस मुद्दे पर आम लोगों के साथ है। इस अवसर पर हम सारी दुनिया मांगेंगे..जनगीत से भी लोगों ने विरोध दर्ज किया। इस अवसर पर भाकपा के राज्य सचिव समर भंडारी, सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. डीएस सचान, उत्तराखंड महिला मंच और स्वराज अभियान की कमला पंत, जन संवाद समिति के सतीश धौलखंडी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।